किन्नर से प्यार भाग - 4




कहानी _**किन्नर का प्यार **
भाग_ 4
लेखक _ श्याम कुंवर भारती

जैसे पांचों बदमाश लड़के सुनंदा को उठाकर अपनी गाड़ी में जबरजस्ती बैठाकर चले गए।
राहुल, समीर और राखी हक्का बक्का रह गए ।एक बारगी तो उन्हें समझ में नहीं आया की अचानक ये क्या हो गया और क्या करे।
तभी राहुल ने कहा _ समीर यहां के लोकल पुलिस थाना में जो थाना इंचार्ज है उसने तुम्हारे वकील पापा की अच्छी जान पहचान है तुम उनको तुरंत फोन करो और सुनंदा के अपहरण की घटना बताते हुए तुरंत मदद के लिए आने बोलो और सुनंदा का मोबाइल देकर सर्विलांस में डालने बोलो ताकि उसका लोकेशन का पता चल सके ।
तुम और राखी थाना को सूचित कर जल्दी आओ मैं अभी निकलता हूं वे लोग ज्यादा दूर नहीं गए होंगे मैं उनके पीछे जाता हूं ।इतना कहकर राहुल ने अपनी बाइक को स्टार्ट किया और बंदूक की गोली की तरह निकल गया।
पांचों बदमाशो ने सुनंदा को गाड़ी में बैठाते हो उसके मुंह को कपड़े से बांध दिया और हाथ भीं बांध दिया।
उसमे से एक ने गाड़ी ड्राइव करने बदमाश से कहा गाड़ी को रेलवे स्टेशन की तरफ ले चलो । वहा रेलवे का बहुत सारी खाली ट्रेन खड़ी रहती है।मालगाड़ी के खाली डब्बे भी खड़े रहते हैं।किसी को पता भी नही चलेगा और वही इसके साथ इंज्वॉय करेंगे हमलोग ।एकदम हीरा लड़की मिली है यार । बड़ा मजा आएगा।
वहा चिल्लाएगी तो भी किसी को पता नही चलेगा ।अगर ज्यादा हो हल्ला मचाएगी तो मजा लेकर वही इसका काम तमाम कर देंगे।
सुनंदा उनके खतरनाक इरादे को सुनकर अंदर तक सिहर गई ।भय से उसके रोंगटे खड़े हो गए। वो छटपटाने लगी ।उसमे सोचा वैसे भी मरना है तो क्यों ने गाड़ी से छलांग लगा दूं शायद जान बच जाए लोगो की मदद मिल जाए।लेकिन उसके छटपटाने पर एक बदमाश ने उसके गाल पर तमाचा जड़ते हुए कहा _ चुपचाप बैठी रहो वर्ना तुम्हारी गर्दन यही दबा देंगे।
पांचों के सिर पर हैवानियत और नशा का शरूर चढ़ा हुआ था ।उन्हे अंदाजा नहीं था की उन लोगो ने कितना खतरनाक कदम उठाया था।सिर्फ अपने ऐस मौज के लिए।इसका अंजाम क्या होगा ।क्रोध ,नशा की अवस्था में और कामातुर इंसान का विवेक सुन्य हो जाता है।उसे भले बुरे का जरा भी भान नहीं होता है। उस हालात में वो जो भी करता है उसका परिणाम बुरा हो होता है।
अचानक जोर का झटका लगा ।आगे रेड सिंगनल दिखाई दे रहा था।एक चौराहे पर गाड़ियों की काफी जाम लगा हुआ था।
इन बदमाशो की गाड़ी ने आगे खड़ी एक ऑटो में जोर का टक्कर मार दीया था।नशे की हालत में उन्हें अंदाजा नहीं लग पाया की आगे रेड सिंगनल है वहा रुकना है।आगे का ऑटो टक्कर की वजह से आगे उलट गया उसमे कई किन्नर बैठे हुए थे।उसके आगे भी एक ऑटो खड़ी थी उसमे भी किन्नर बैठे हुए थे । शायद दिन भर मांग और नाच गाकर अपने घर जा रहे थे। ऑटो आगे की खड़ी कार से टकरा गई।
दोनो ऑटो ने टक्कर होने से जोरदार आवाज हुई थी।
लोग चौंक कर उधर देखने लगे थे।कुछ अपनी अपनी गाड़ियों से निकल आए थे जानने के लिए की क्या हुआ है।
दूसरी ऑटो उल्टी नही बल्कि आगे की कार से टकरा कर खड़ी हो गई।उसके रुकते ही उसमे सवार सभी किन्नर उतर गए ।पीछे अपने साथियों की उल्टी हुई ऑटो को देखकर कुछ उधर दौड़े और कुछ उस बोलरो गाड़ी के पास लपके जिसमे सुनंदा बैठी हुई थी।
किन्नरों ने अपनी अपनी चप्पले और सेंडिल उतार लिया और उस गाड़ी के सभी सीसे तोड़ दिए ।
कुछ ने दरवाजा खोल कर उन बदमाशो को बाहर खींच लिया और उमर टूट पड़े ।सभी उनकी बुरी तरह पिटाई करने लगे।वहा लोगो को हुजूम जमा हो गया।
तभी एक किन्नर ने गाड़ी के अंदर झांकते हुए जोर से चिल्लाया बबिता मौसी अंदर एक लड़की है जिसका मुंह और हाथ बंधा हुआ है।
बबिता किन्नर जो उन बदमाशो कोt अपने साथियों के साथ मिलकर पीट रही थी जोर से बोली उसको गाड़ी से जल्दी बाहर निकालो।लगता है ये लोग उसका किडनैप कर ले जा रहे थे।ह
उस किन्नर ने सुनंदा का हाथ पकड़कर जल्दी से उसे बाहर खींच लिया। बाहर आते ही उसने उसका हाथ और मुंह खोल दिया ।सुनंदा भय से थर थर कांप रही थी ।अपना मुंह खुलते ही वो जोर जोर से सांस लेने लगी।तीन किन्नरों ने उसे अपने घेरे में ले लिया।
उसका मुंह खुलते ही एक किन्नर ने कहा मौसी ये तो वही पार्क वाली लड़की है जिसके साथी ने हमे पचास रुपए का नेग दिया था।
बबिता मौसी ने कहा ओह हो कितनी प्यारी और मासूम लड़की है बेचारी । इसे मैने आज ही आशीर्वाद और दुआ था देखो सब कितना जल्दी फलित हो गया आज ये लड़की बाल बाल बच गई।फिर वो सब मिलकर उन बदमासो की जमकर पिटाई करने लगे।
सिंगनल कब का ग्रीन हो चुका थाh लेकिन कोई गाड़ी हिली तक नही ।चारो तरफ जाम लग चुका था ।
ट्रेफिक पुलिस वाले भी वहा पहुंच गए।पूरा मामले समझने का प्रयास करने लगे।तभी उनके सीनियर ट्रैफिक पुलिस ऑफिसर ने कहा _ अरे हां अभी अभी मुझे थाना से मेसेज मिला था की एक लड़की को किडनेप कर कुछ बदमाश बोलेरो गाड़ी से इधर ही आ रहे हैं।
तभी सायरन बजाती हुई पुलिस की तीन गाड़िया पहुंच गई।उनके साथ राहुल और समीर के साथ राखी भी पहुंच गई।राहुल को देखते ही सुनंदा दौड़कर उसके सीने से लग गई और रोने लगी ।राहुल ने उसे ढांढस बंधाते हुए कहा मत रोओ सुनंदा भगवान का लाख लाख शुक्र है तुम सही सलामत मिल गई।वरना पता नही क्या होता।
सुनंदा ने सबको किन्नरों की बहादुरी के बारे में बताया।
कई किन्नर घायल हो गए थे।उनके हाथ पैर और सिर में काफी चोटे आई थी।
ऑटो ड्राइवर भीं घायल हो गया था। थाना प्रभारी के साथ इंस्पेक्टर भी मौयूद था उसने ट्रेफिक पुलिस ऑफिसर से तुरंत एंबुलेंस बुलाने को कहा और ट्रैफिक को तुरंत खाली कराने को कहा।
धीरे धीरे पूरा जाम खाली हो गया। उन पांचों बदमाशो को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर उनके हाथो में हथकड़ी पहनाकर पुलिस की जिप में बैठा दीया था।तभी मिडिया के लोग काफी संख्या में पहुंच गए।सबने सुनंदा,किन्नरों और उन बदमाशो का फोटो खींच लिया।फिर सुनंदा का बयान लिया । सुनंदा ने सब आप बीती उनको बता दी।
राहुल ने उन किन्नरों को बहुत धन्यवाद् दिया।थोड़ी देर में हॉस्पिटल से एंबुलेंस आ गई थी।
किन्नर बबिता मौसी ने अपने सभी घायल साथियों को एंबुलेंस में चढ़ाया।जब एंबुलेंस जाने लगी राहुल ने कहा बबिता मौसी हम सब भी साथ चलेंगे।आखिर आप सबने ही जाने अनजाने में सुनंदा की बदमाशो से बचाया हैh।पुलिस बदमाशो को लेकर थाना चली गई।इंस्पेक्टर ने राहुल से कहा कल थाना आकर एक कंप्लेन दर्ज करा देना ।तुम भी आकर इन बदमाशो की पहचान कर देना सुनंदा ।
 सुनंदा राहुल की बाइक पर पीछे बैठ गई और राखी समीर के साथ बैठ गई।
हॉस्पिटल पहुंचकर समीर ने सभी किन्नरों को भर्ती कराने और इलाज में मदद किया ।एंबुलेंस के साथ दो पुलीस वाले भी थे ।दोनो ने सबका लिखित बयान लिया और चले गए।
राहुल ने बबिता किन्नर को कुछ पैसे दिए और कहा मौसी आपका कैसे शुक्रिया अदा करूं मेरी समझ में नही आ रहा है आप सबने मेरी सुनंदा को बचाया।
अभी मैं चलता हूं कल फिर आऊंगा काफी देर हो चुकी है।आप अपने सभीh साथियों का ख्याल रखना मौसी। बबिता किन्नर ने उन दोनो को फिर से आशीर्वाद दिया और कहा भगवान ने शायद इसलिए हमारी ही ऑटो में जानबूझकर टक्कर मरवाया ताकि हम सब इस प्यारी बच्ची को बचा सके। सुनंदा ने बबिता मौसी का पैर छुआ और सबके साथ बाहर निकल गई।बाहर आते ही उसके मोबाइल पर इसकी मां का फोन आया।
मैं घर ही आ रही हूं मां ।तुम चिंता मत करो।राहुल ने उसके हाथ से मोबाइल ले लिया और कहा आंटी हम सब यहाँ जाम में फंस गए थे इसलिए देर हो गई।अब जाम खुल गया है हम लोग आ रहे हैं।
अगले दिन सारे अखबारों में सुनंदा के अपहरण और किन्नरों द्वारा उसे बदमाशो से छुड़ाने की खबर छपी थी। वे बदमाश शहर के बड़े लोगो के बिगड़े बेटे थे । जिन्हे पुलिस ने जेल भेज दीया था।
सुनंदा और राहुल का मिलना जुलना जारी रहा ।दोनो का प्यार परवान चढ़ता रहा।
एक दिन राखी ने कहा _ सखी कब तक तुम राहुल से अपनी सच्चाई छिपाती रहोगी की तुम एक पूरी लड़की नही हो।एक किन्नर हो ।उसे सच क्यों नही बता देती।आगे चलकर उसे एक न एक दिन पता चलना ही है फिर उसके दिल पर क्या बीतेगी कुछ सोचा है तुमने ।फिर वो तुम्हारे बारे में क्या सोचेगा।
कही सच्चाई जानकर वो तुमसे रिश्ता ही न तोड़ दे तब तुम्हारा क्या होगा।यही सब सोच सोच कर मैं पागल हुई जा रही हूं।
यही तो मेरी भी समझ में नही आ रहा है यार मैं क्या करूं ।लेकिन मैं उसे धोखा नही देना चाहती हूं। उसे सच बताना ही पड़ेगा।
लेकिन अभी नही बताऊंगी ।क्योंकि अभी वो आई ए एस की परीक्षा की तैयारी करने जा रहा है।अगर अभी बता दिया तो वो डिस्टर्ब हो जायेगा। सुनंदा ने कहा ।
चलो ठीक है तो यह तय रहा की पहले हम सब अपनी अपनी पढ़ाई पूरी कर लेते है ।फिर उसे अपनी सच्चाई तुम खुद बताओगी राखी ने सहमति जताते हुए कहा ।
जिस दिन राहुल दिल्ली जाने वाला था सुनंदा सुबह सुबह उसके घर पहुंच गई।
उसे इस तरह अचानक आने से उसे बड़ी हैरानी हुई।
उसके माता पिता और भाई बहन को भी सुनंदा को देखकर बड़ी हैरानी हुई।सब लोग राहुल की ओर देखने लगे।
क्योंकि राहुल ने अबतक अपने घर में किसी को सुनंदा के बारे में नही बताया था।
शेष अगले भाग _ 5 में ।

लेखक_ श्याम कुंवर भारती
बोकारो, झारखंड



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1 Comments

Mohammed urooj khan

04-Nov-2023 12:35 PM

👍👍👍👍

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